आइआइएफएल वेल्थ इंडेक्स 2018 : भारत में अगले 5 वर्षों में 87% धनवृद्धि की संभावना

Hindi

आइआइएफएल वेल्थ इंडेक्स 2018 लांच करने के लिए आइआइएफएल मैनेजमेंट ने वेल्थ-एक्स का लिया सहयोग 

आइआइएफल वेल्थ इंडेक्स 2018 में शामिल हैं भारत में धनवानों को प्रभावित करने वाले प्रमुख मुद्दों की पहचान के तीन अलग-अलग परिमाण – भारत की परिमाणात्मक छलांग, निवेशक की मानसिकता, और मौजूदा परिसंपत्तियों की पुनर्व्यवस्था. 

आइआइएफएल वेल्थ इंडेक्स 2018 भारत में आज तक के हाई नेट वर्थ इंडिविजुअल (एचएनडब्लूआईज) और अल्ट्रा एचएनडब्लूआईज का सर्वाधिक व्यापक अध्ययन है जिसमें दुनिया भर की धनवान जनसंख्या के मुकाबले इस ग्रुप का विशिष्ट मापन किया गया है. 

आइआइएफएल वेल्थ इंडेक्स 2018 अध्ययन एचएनडब्लूआई का व्यवहार समझने के उद्देश्य से किया गया था. साथ ही यह कंपनी द्वारा हाल में घोषित आइआइएफएल-वन प्लैटफॉर्म का हिस्सा है जो निवेश योग्य परिसंपत्तियों में 10 करोड़ रुपये से अधिक हैसियत वाले परिवारों को सम्पूर्ण पोर्टफोलियो परामर्शी सेवा उपलब्ध कराता है.

पुणे, 19 फरवरी 2019: भारत की अग्रणी वेल्थ मैनेजमेंट कंपनियों में शुमार, आइआइएफएल वेल्थ मैनेजमेंट, ने आज आइआइएफएल वेल्थ इंडेक्स 2018 सीरीज जारी की. इसे ग्लोबल वेल्थ इनफार्मेशन और परिज्ञान में अग्रणी वेल्थ-एक्स की रणनीतिक साझेदारी में जारी किया गया. 

इस सीरीज में शामिल हैं भारत में धनवानों को प्रभावित करने वाले प्रमुख मुद्दों की पहचान के तीन अलग-अलग परिमाण – भारत की परिमाणात्मक छलांग, निवेशक की मानसिकता, और मौजूदा परिसंपत्तियों की पुनर्व्यवस्था. यह इंडेक्स भारत में आज तक के एचएनडब्लूआईज और अल्ट्रा एचएनडब्लूआईज का सर्वाधिक व्यापक अध्ययन है जिसमें दुनिया भर की धनवान जनसंख्या के मुकाबले इस ग्रुप का विशिष्ट मापन किया गया है. 

आइआइएफएल वेल्थ इंडेक्स 2018 हाल में आरम्भ आइआइएफएल-वन प्लैटफॉर्म के उठाये गए कदमों में से एक है जो 10 करोड़ रुपये से अधिक की निवेश योग्य परिसंपत्तियों वाले परिवारों के लिए कस्टमाइज्ड पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सेवा मुहैया कराती है. आइआइएफएल वेल्थ मैनेजमेंट का उद्देश्य आइआइएफएल-वन प्लैटफॉर्म के सहारे देश में वेल्थ मैनेजमेंट में पीढ़ीगत बदलाव लाना है. ऐसा करने के लिए उत्पाद निर्माताओं द्वारा बिचौलियों और वेल्थ मैनेजरों को उपलब्ध परम्परागत अपारदर्शी कमीशन ढांचा और प्रोत्साहन राशि को चुनौती दी जायेगी. आइआइएफएल-वन प्लैटफॉर्म का लक्ष्य मामूली शुल्क पर ग्राहकों के साथ सम्बन्ध में पारदर्शिता लाना और उत्पादों की जबरन बिक्री के परम्परागत उद्योगगत रिवाज से छुटकारा दिलाना है. आइआइएफएल-वन का उद्देश्‍य भारत में वेल्थ मैनेजमेंट उद्योग के “नेटफ्लिक्सीफिकेशन” को आगे बढ़ाना है, यानी ग्राहकों की बेहतर समझ और उनकी जरूरतों के साथ करीबी तालमेल के साथ सब्सक्रिप्शन मॉडल की शुरुआत करना है.

आइआइएफएल वेल्थ इंडेक्स 2018 कंपनी की उस पहल की परिणति है जिसका उद्देश्य अपने प्रमुख ग्राहकों की बेहतर समझ हासिल करना है.

आइआइएफएल वेल्थ मैनेजमेंट के एक्‍जीक्‍यूटिव डायरेक्‍टर प्रवीण भालेराव ने कहा कि, “इन विशिष्ट रिपोर्टों को तैयार करने के लिए वेल्थ-एक्स का सहयोग पाकर हमें बेहद खुशी हो रही है. आइआइएफएल वेल्थ इंडेक्स 2018 भारत में धनवानों के व्‍यवहार पर व्‍यापक आंकड़ों को प्रस्‍तुत करता है। इसके द्वारा उनके निवेशव्‍यवहार, शौक एवं रुचियों की झलक प्रस्‍तुत की जाती है। हमारा मानना है कि भारत के आर्थिक विकास एवं उद्यमशीलता का अगला चरण मौजूदा सौभाग्‍यशाली बिल्‍डर्स द्वारा सशक्‍त होगा तथा पुराना धन नये अवसरों के लिए एक इनैबलर के तौर पर काम करेगा।” 

भारत के हाई नेट वर्थ (एनएचडब्लू) आबादी में पिछले पांच वर्षों में 40% की वृद्धि विश्व में अन्य देशों में उनके प्रतिद्वंद्वियों से अधिक है और इस प्रकार भारत का अपना खुद का संघ बन गया है. तुलनात्मक रूप से उस अवधि में वैश्विक एनएचडब्लू आबादी और उसके धन में क्रमश: 3.2% और 4.2% की वृद्धि हुयी है.

भाग 01 : भारत की परिमाणात्मक छलांग (भारत की क्वांटम लीप)

विश्व की सबसे तेज विकास करने वाली अर्थव्यवस्थाओं में से एक होने के नाते, अनुमान है कि वर्ष 2021 तक भारत की एनएचडब्लू जनसंख्या 86% की दर से वृद्धि करते हुए अपने वैश्विक समकक्षों से काफी आगे निकल जायेगी. अभी भारत में 2,84,140 धनवान व्यक्ति हैं जिनकी संयुक्त संपत्ति 95 ट्रिलियन भारतीय रुपये है. आइआइएफएल वेल्थ इंडेक्स 2018 के प्रथम खंड से पता चलता है कि वर्ष 2021 तक यह आंकडा बढ़कर 188 ट्रिलियन रुपये हो जायेगा. इस तरह भारत विश्व के सबसे शक्तिशाली धन निर्माताओं में अग्रणी हो जाएगा. भारत की परिमाणात्मक छलांग (क्वांटम लीप) में भारत में इस जबरदस्त वृद्धि के कारक तत्वों का सूक्ष्म अवलोकन किया गया है. साथ ही देश भर की धनवान जनसंख्या के जनसांख्यिकी की गहरी समझ प्रदान की गयी है, जिनमे उनकी आयु, लिंग, शिक्षा और धन का स्रोत आदि का विश्लेषण सम्मिलित है. 

भाग 02 : निवेशक की मानसिकता 

भारतीय धनवानों का ध्यान देशी कारोबार पर काफी ज्यादा हो सकता है, किन्तु बात जब निवेश सलाहकार चुनने की आती है तब वे सबसे उत्कृष्ट की खोज करना चाहते हैं और इस मामले में वैश्विक दृष्टिकोण से प्रभावित होते हैं जो वेल्थ मैनेजर उन्हें प्रदान कर सकता है. माहौल में आतंकवाद के भय से लेकर पड़ोसी पाकिस्तान के साथ परम्परागत तनावपूर्ण रिश्ते तक आर्थिक और राजनैतिक अस्थिरता के बावजूद भारत के धनवानों का मानना है कि न केवल भारत के लिए, बल्कि विश्व अर्थव्यवस्था के लिए भी भविष्य उज्जवल है. इंडेक्स के द्वितीय खंड में इसकी झलक है कि वह आत्मविश्वास किस तरह आर्थिक नियति के शक्तिशाली अभिप्राय में परिणत होता है, जैसा कि सर्वेक्षण में शामिल 96% लोगों का मानना है कि वे अगले पांच वर्षों में अपना-अपना लक्ष्य प्राप्त कर लेंगे.

भाग 03 : मौजूदा संपत्तियों की पुनर्व्यवस्था 

आइआइएफएल वेल्थ इंडेक्स 2018 के तीसरे खंड से पता चलता है कि भारत के धनवान लोग खतरों के नहीं डरते, किन्तु वे अपने वित्तीय निवेशों के लिए एक विविधतापूर्ण और परिष्कृत रणनीति अपना कर इसे मैनेज करने का ध्यान रखते हैं. हमारा सर्वेक्षण यह भी दर्शाता है कि धनवान भारतीय जहां देश में अपनी उद्यमशील और दानशील पहचान स्थापित करने के इच्छुक हैं, वहीं कोई संदेह नहीं कि उनके प्रभाव का दायरा विश्व स्तर पर विस्तारित होगा. आने वाले वर्षों में वे जैसे-जैसे ग्लोबल वेल्थ लीग के शीर्ष की ओर बढ़ेंगे, वैसे-वैसे अनेक लोग अपना अंतर्राष्ट्रीय निवेश बढ़ाने पर ध्यान देंगे. भारत के धन निवेशक अपनी परिसंपत्तियों की पुनर्व्यवस्था के लिए तत्पर हैं. 

आइआइएफएल वेल्थ इंडेक्स 2018 की कार्यपद्धति और सम्पूर्ण निष्कर्षों सहित अधिक जानकारी के लिए कृपया  www.iiflwealth.com/wealth-x-2018 वेबसाइट देखें और पूरी रिपोर्ट डाउनलोड करें. 

इस बीच आइआइएफएल के प्रस्तावों को सुदृढ़ करने के लिए, आइआइएफएल वेल्थ मैनेजमेंट ने श्री संदीप जेठवानी (मैनेजिंग पार्टनर और हेड – एडवाइजरी) के अधीन एक अलग डिलीवरी टीम और श्री उमंग पपनेजा (सीनियर मैनेजिंग पार्टनर और हेड – प्रोडक्ट्स) के अधीन एक अलग एसेट मैनेजमेंट टीम का गठन किया है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *